पालनपुर. गुजरात के एक पूर्व विधायक की माली हालत इतनी खराब है कि उन्हें बीपीएल कार्ड के तहत अपना इलाज कराना पड़ रहा है। उनके तीन बेटे नरेगा के तहत मजदूरी करते हैं। अस्सी वर्ष के भीखाजी पूंजाजी ठाकोर 1972 में कांग्रेस के टिकट पर डीसा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने थे।
दमा के मरीज भीखाजी को उनका बेटा रमेश बुधवार को पालनपुर के डॉ. सुरेंद्र गुप्ता के पास इलाज के लिए लेकर आया। एक पूर्व विधायक का बीपीएल कार्ड के साथ इलाज के लिए आना डॉ. गुप्ता के लिए चौंकाने वाली बात थी। हालांकि उन्होंने भीखाजी का मुफ्त इलाज कर दिया।
भीखाजी को पेंशन भी नहीं मिलती है। गुजरात स्थापना की स्वर्ण जयंती के अवसर पर एक जनवरी को गांधीनगर में हुए एक सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्रियों व विधायकों को सम्मानित किया गया, लेकिन इसमें भीखाजी को आमंत्रित नहीं किया गया। बनासकांठा जिले के साग्रोसणा गांव में रहने वाले भीखाजी ने अपना पूरा राजनीतिक जीवन ईमानदारी से जिया। उन्होंने अपने तीनों बेटों के लिए कभी भी कोई सिफारिश नहीं की। साग्रोसणा गांव में भीखाजी का एक छोटा सा कच्चा मकान है। घर में गैस तक नहीं है और खाना चूल्हे पर बनता है.
----------------------------------------------------------------------------------------------------दमा के मरीज भीखाजी को उनका बेटा रमेश बुधवार को पालनपुर के डॉ. सुरेंद्र गुप्ता के पास इलाज के लिए लेकर आया। एक पूर्व विधायक का बीपीएल कार्ड के साथ इलाज के लिए आना डॉ. गुप्ता के लिए चौंकाने वाली बात थी। हालांकि उन्होंने भीखाजी का मुफ्त इलाज कर दिया।
भीखाजी को पेंशन भी नहीं मिलती है। गुजरात स्थापना की स्वर्ण जयंती के अवसर पर एक जनवरी को गांधीनगर में हुए एक सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्रियों व विधायकों को सम्मानित किया गया, लेकिन इसमें भीखाजी को आमंत्रित नहीं किया गया। बनासकांठा जिले के साग्रोसणा गांव में रहने वाले भीखाजी ने अपना पूरा राजनीतिक जीवन ईमानदारी से जिया। उन्होंने अपने तीनों बेटों के लिए कभी भी कोई सिफारिश नहीं की। साग्रोसणा गांव में भीखाजी का एक छोटा सा कच्चा मकान है। घर में गैस तक नहीं है और खाना चूल्हे पर बनता है.
कोई भी मूल्य एवं संस्कृति तब तक जीवित नहीं रह सकती जब तक वह आचरण में नहीं है.
वाह बॉस मजा आ गया। आपके ब्लॉग पर आने का कुछ तो प्रतिफल मिला। आपके ब्लॉग के आर्टिकल बहुत बढ़िया लगे। मतलब आज बहुत दिनो बाद करारी लिखने वाला मिल गया मुझे।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर।
आपको भी फर्सत मिले तो हमारे ब्लॉग पर तशरीफ लाईयेगा।
मेरा पता है-
http://www.rsnagie.blogspot.com
बहुत बहुत धन्यवाद.
ReplyDeleteआपके blog पर लिख नहीं पा रहा हूं... comment box नहीं आ रहा है. "मैं जिंदगी की राह बनाने.." की आखिरी line बढ़िया लगी.
ReplyDeletesuch me sir aap vakye bhut kmal ka likhte hai.muje aap ke blog par aakar laga koi hai jo mere sapne ko such krne mai madad kar sakta hai .dariye ga mat hame aapse iesi koi madad nhi chayge jo aapko bojh lage,aapke artical dekh kar lagta hai wo aapka bhi dream hoga.thanks sir for these great articals.
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